प्लुत स्वर किसे कहते हैं और इसका उपयोग कहां पर होता है जानिए

मेरे प्यारे मित्र, यहां तक पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको कोटि-कोटि धन्यवाद. आप हिंदी के एक बेहतरीन वेबसाइट पर पहुंच चुके हैं अब आपको आपके सभी सवालों का जवाब इस लेख के द्वारा देने का प्रयत्न करूंगा.

plut swar kitne hote hain

आपका पहला प्रश्न है कि प्लुत स्वर किसे कहते हैं? जिन स्वरों के उच्चारण करने में हृस्व स्वर से तीन गुना समय लगता हो, या दीर्घ स्वर से ज्यादा 1 गुना ज्यादा समय लगता हो उन स्वरों को प्लुत स्वर कहते हैं.

प्लुत स्वर दूसरा नाम भी है जिसे त्रिमात्रिक भी कहते हैं. आइए जानते हैं इसका उदाहरण एवं संख्या कितना है. 

प्लुत स्वर का उदाहरण एवं उच्चारण 

आप यह जानकर के अचंभित हो जाएंगे कि प्लुत स्वर के लिए कोई निश्चित मात्रा नहीं है. हिंदी व्याकरण के पुस्तकों में स्वरों की कुल संख्या 11 लिखा गया है जिसमें से 4 ह्रस्व एवं सात दीर्घ स्वर होते हैं. 

आखिर प्रश्न उठता है कि किस स्वर को प्लुत स्वर माना जाए? आपको बता दें कि ह्रस्व एवं दीर्घ स्वरों के मिश्रित उच्चारण को ही प्लुत स्वर के रूप में देखा जाता है. 

आइए उदाहरण से समझते हैं. यह गाने रोने और दूसरे पुकारने में व्यवहृत होता है जैसे – रे मोहना! और बाप रे! आदि. 

याद रखे कि उच्चारण के आधार पर स्वर के तीन प्रकार होते हैं. ह्रस्व, दीर्घ और प्लुत स्वर. यही नहीं मूल एवं मात्रा स्वर के अन्य दो प्रकार हैं जो प्रयोग के आधार पर बांटा गया है.

Conclusion 

जिन स्वरों के उच्चारण करने में हृस्व स्वर से तीन गुना समय लगता हो उसे प्लुत स्वर कहते हैं. इस स्वर की कोई निश्चित संख्या नहीं है. इसका मिश्रित उच्चारण होता है. 

आशा करता हूं कि यह लेख आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा. आप दोस्तों से आग्रह करूंगा कि आपके मन में कोई भी इससे संबंधित प्रश्न हो तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए. 

1 thought on “प्लुत स्वर किसे कहते हैं और इसका उपयोग कहां पर होता है जानिए”

Comments are closed.

close