हिंदी वर्णमाला के इन 4 – ङ, ड़, ढ़, ण वनों से किसी शब्द का शुरुआत नहीं होता लेकिन प्रयोग होता है. जानिए आखिर कहां पर प्रयोग होता है और कैसे होता है.
How to pronounce ङ (Na) in Hindi
ङ हिन्दी वर्णमाला में कवर्ग का पाँचवाँ व्यंजन है. व्यंजन के भेद के अनुसार देखा जाए तो स्पर्श, नासिक्य, घोष और अल्पप्राण व्यंजन के रूप में देखा जा सकता है.
ङ से शब्द
ङ का प्रयोग शब्द के शुरू या अंत में कभी नहीं होता है. केवल शब्द के मध्य भाग में ही होता है. निम्नलिखित उदाहरण से समझ सकते हैं. जैसे – वाङ्
How to pronounce ड़ (Ra) in Hindi
ड का रूप ‘ड़’ उत्क्षिप्त ध्वनि है और यह स्पर्श ध्वनि नहीं है. याद रखें कि ड हिंदी वर्णमाला में टवर्ग का तीसरा व्यंजन है. ड़ अरबी फारसी भाषा के प्रभाव से आए हैं.
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ड़ से शब्द
‘ड़’ का कभी भी हलंत रूप में प्रयोग नहीं होता. ड़ वर्ण का शब्द के शुरूआत में प्रयोग नहीं होता, किंतु मध्य या अंत में हो सकता है. जैसे – पेड़, छोड़, लड़ाना, मोड़, लड़का, पड़ोसी आदि.
How to pronounce ढ़ (Rha) in Hindi
‘ढ’ का ही एक रूप ‘ढ़’ है जो ‘उक्षिप्त’ वर्ण है. ढ़ अरबी फारसी भाषा के प्रभाव से आए हैं.
ढ़ से शब्द
‘ढ़’ का कभी भी हलंत रूप में प्रयोग नहीं होता. ढ़ वर्ण का शब्द के शुरूआत में प्रयोग नहीं होता, किंतु मध्य या अंत में ही हो सकता है जैसे – चढ़ाई, पढ़ाई, कढ़ाई, गाढ़ा आदि.
How to pronounce ण (Na) in Hindi
ण हिंदी वर्णमाला में टवर्ग का 5वाँ व्यंजन है. व्यंजन के भेद के अनुसार मूर्धन्य, घोष, अल्पप्राण और नासिक्य व्यंजन के रूप में वर्णित है.
ण से शब्द
ण वर्ण का शब्द के शुरूआत में प्रयोग नहीं होता, किंतु अंत में हो सकता है जैसे – रामायण, कारण, मरण आदि.
Conclusion
बहुत भरोसा के साथ आशा व्यक्त करता हूं कि आप लोगों को हिंदी वर्णमाला से संबंधित यह लेख पसंद आया होगा. वर्णमाला से संबंधित अन्य लेख के लिंक के नीचे दिए गए हैं कृपया एक बार चेक लें.